सरकार की मदद से इस वर्ष 43 बच्चों की नि:शुल्क सर्जरी से उनका जीवन खुशियों से भर गया

सरकार की मदद से इस वर्ष 43 बच्चों की नि:शुल्क सर्जरी से उनका जीवन खुशियों से भर गया
 
उज्जैन(चौपाल समाचार) । बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करने और बीमार लोगों का त्वरित उपचार करने के लिये स्वास्थ्य विभाग में अनेक प्रकार की योजनाएं तथा कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। राज्य सरकार की मदद से उज्जैन जिले के 43 बच्चों की विभिन्न बीमारियों में अनेक अस्पतालों के माध्यम से नि:शुल्क सर्जरी की गई, जिससे उनका जीवन खुशियों से भर गया है। शासन की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार एवं मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना से उक्त बच्चे लाभान्वित हुए हैं। इन दोनों योजनाओं में जिले के 43 बच्चों के नि:शुल्क ऑपरेशन में राज्य सरकार ने 55 लाख से अधिक रुपये की राशि वहन की है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने एवं बीमार लोगों का त्वरित उपचार सुनिश्चित करने के लिये निरन्तर प्रयासरत हैं।
 18 वर्ष तक की आयु के बालक-बालिकाओं में विकृति, पोषण की कमी, बीमारी, अवरूद्ध विकास तथा नि:शक्तता की रोकथाम के लिये भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) प्रारम्भ किया गया है। उज्जैन जिले के समस्त विकास खण्डों में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिये प्रत्येक विकास खण्डों में दो दलों का गठन किया गया है। यह दल विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों में भ्रमण कर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करते हैं। दल में चिकित्सक, फार्मासिस्ट एवं एएनएम हैं। इनके द्वारा बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर यथोचित नि:शुल्क उपचार किया जाता है। जिन प्रकरणों में सर्जरी या विशेष चिकित्सा की आवश्यकता होती है, उन्हें जिला स्तर पर जिला शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र पर भेजकर निजी स्वास्थ्य संस्थाओं में नि:शुल्क उपचार करवाया जाता है।
मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना में 41 बच्चों की नि:शुल्क सर्जरी
 राज्य सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना में उज्जैन जिले के 41 बच्चों की नि:शुल्क अलग-अलग अस्पतालों में ऑपरेशन करवाया गया। शासन के द्वारा नि:शुल्क ऑपरेशन में अलग-अलग अस्पतालों को 42 लाख पांच हजार 870 रुपये की राशि इस वर्ष वहन की गई। ऐसे परिवार में जीरो से 18 वर्ष तक की उम्र के बालक-बालिकाएं हैं और उन्हें हृदय सम्बन्धी कोई रोग है तो उक्त योजना में नि:शुल्क उपचार सरकार द्वारा चिन्हित निजी अस्पतालों में करवाया जाता है। इसके लिये अस्पतालों द्वारा दिये गये प्राक्कलन अनुसार राशि स्वीकृत की जाती है। वर्तमान में यह योजना आरबीएसके अन्तर्गत संचालित की जा रही है।
मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना में 13 लाख रुपये स्वीकृत
इसी प्रकार मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना में ऐसे बच्चे जो सुन व बोल सकने में अक्षम हैं, ऐसे बच्चों को कॉक्लियर इम्प्लांट का ऑपरेशन निजी चिकित्सालयों में करवाया जाता है। इसमें जिले के दो बच्चे लाखन जाटव और विहान का नि:शुल्क उपचार कर राज्य सरकार द्वारा 13 लाख रुपये की राशि वहन की गई है। इस आशय की जानकारी स्वास्थ्य विभाग की श्रीमती विनिशा सोलंकी द्वारा दी गई।