उज्जैन (पवन सिंह)। विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा घोषित परीक्षा परिणामों पर हमेशा से ही सवाल उठते गये हैं। ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों घोषित हुए एम.ए.पूर्वाद्र्ध के प्रथम सेमेस्टर परीक्षा परिणाम में भी सामने आया। माधव कॉलेज में अध्ययनरत लगभग 25 विद्यार्थियों में से 12 विद्यार्थियों को एक ही विषय में जीरो नंबर आने से विद्यार्थियों में परीक्षा परिणाम के प्रति असंतोष उत्पन्न हो रहा है। लॉकडाउन की वजह से न तो वे ज्ञापन देने जा पा रहे हैं और न ही अन्य किसी तरह का विरोध जता पा रहे हैं।
विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा विगत दिनों एम.ए. पूर्वाद्र्ध प्रथम सेमेस्टर का परीक्षा घोषित किया गया। घोषित परीक्षा परिणामों में माधव महाविद्यालय के अंग्रेजी माध्यम के एक ही कक्षा के लगभग 25 विद्यार्थियों में से लगभग 12 विद्यार्थियों को एक ही विषय फिक्शन में शून्य नंबर आये। साथ ही इन 25 विद्यार्थियों में से केवल 3 ही विद्यार्थियों को पास किया गया तथा अन्य विद्यार्थियों को एटीकेटी दी गई अथवा वे फेल हो गये। हैरानी की बात यह है कि 12 विद्यार्थियों को अंग्रेजी लिटरेचर फिक्शन विषय में शून्य नंबर दिये गये। इस संबंध में विद्यार्थियों ने बताया कि अंग्रेजी लिटरेचर फिक्शन विषय अन्य विषयों की अपेक्षा कठिन नहीं है और ऐसे विषय में 12 विद्यार्थियों को शून्य नंबर आना कहीं न कहीं कॉपी चेक करने अथवा परीक्षा परिणाम बनाने में लापरवाही दर्शा रहा है।
फेल तथा एटीकेटी के विद्यार्थी लॉकडाउन की वजह से इस संबंध में कोई भी कदम नहीं उठा पा रहे हैं। न तो वे कुलपति को ज्ञापन दे पा रहे हैं और न ही अन्य किसी तरह के विरोध स्वर उठा पा रहे हैं। कॉलेज में विभाग के हेड से बात करने पर भी उन्हें किसी तरह का संतोषजनक उत्तर नहीं दिया जा रहा है।
विक्रम वि.वि. के एम.ए. परीक्षा परिणाम पर फिर उठे सवाल माधव कॉलेज के 12 विद्यार्थियों को एक ही विषय में दिये जीरो नंबर