उज्जैन. पानबिहार सहित आसपास के क्षेत्र में कुछ किसानों ने पहले ही बोवनी कर दी थी व कम बारिश के कारण आधे से ज्यादा किसान बचे हुए थे जिनके द्वारा भी शुक्रवार - शनिवार की दरमियानी रात की जोरदार बारिश के बाद बोवनी शुरू कर दी गई है हालांकि पिछले वर्ष सोयाबीन की फसल खराब होने के कारण इस वर्ष किसान कुछ भी रिस्क लेना नहीं चाहते, न ही शासन व कृषि विभाग सहकारी संस्थाओं की ओर से इन्हें सोयाबीन का प्रमाणित बीज या उसमें लगने वाली अन्य प्रमाणित दवाएं नहीं मिल पाई इसलिए किसान खुद ही बाजारों से अच्छी वैरायटी का बीज बाजारों से महंगे दामों पर लाकर और महंगी से महंगी बीज उपचारित दवाएं डालकर खेतों में सोयाबीन बोई जा रही है. उज्जैन जिला ग्रामीण कांग्रेस प्रवक्त्ता संजय विनायगा ने बताया कि सरकार सिर्फ किसानों पर राजनीति करती है. वह कई वर्षों से सुनते आ रहे है कि किसानों की आय दोगुना करेंगे, लेकिन किसानों को समय पर न प्रमाणित बीज मिलता है नहीं प्रमाणित दवाएं ओर वर्तमान में सहकारी समितियों में डीएपी खाद भी उपलब्ध नही, जो खेतों में डालकर किसान अच्छी खेती कर सकें. सरकार किसानों के उपयोग में आने वाले जरूरी चीजें मुहैया नहीं कराती तो फिर किसानों की आय दोगुनी कैसे होगी. किसान खुद अपनी मेहनत पर ही अच्छी फसल तैयार कर रहा और श्रेय सरकार ले रही।
सहकारी संस्थाओ से किसानों को नही मिल पा रहा सोयाबीन का प्रमाणित बीज